धन-दौलत से किसी को लंबी आयु नहीं मिल जाती। अपार संपत्ति होने के बावजूद भी व्यक्ति बुढ़ापा से नहीं बच सकता है। इसलिए ज्ञानी मुनिजन कहते हैं कि यह जीवन क्षणभंगूर है। सदा के लिए नहीं, बल्कि बहुत ही अल्प समय के लिए है। सब कुछ बदल जाने वाले स्वभाव से युक्त है।