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poornima
पूर्णिमा (Uposath Day)
इस पूर्णिमा के दिन ये विशेष घटनाएँ घटित हुई थी
- श्रीलंका में भगवान बुद्ध के धर्म को स्थापित करने हेतु अरहन्त महेन्द्र भन्ते जी श्रीलंका के अनुराधपुर में मिहिन्तले स्थान पर आगमन
- श्रीलंका के राजा देवानंपियतिस्स सहित 40,000 लोगों को अरहन्त महेन्द्र भन्ते जी के द्वारा चुल्लहत्थिपदोपम सूत्र का धर्म प्रवचन करना
पूर्णिमा (Uposath Day)
इस पूर्णिमा के दिन ये विशेष घटनाएँ घटित हुई थी
- सिद्धार्थ बोधिसत्व का तुषित देवलोक से देवी महामाया के गर्भ में प्रवेश
- सिद्धार्थ बोधिसत्व का मुक्ति हेतु गृहत्याग
- भगवान बुद्ध के द्वारा वाराणसी में दस हजार चक्रवालों को कम्पित करते हुए पंच भिक्षुओं को प्रथम उपदेश (धम्मचक्कप्पवत्तन सूत्र) का प्रवचन करना
- राहुल कुमार का जन्म
- भगवान बुद्ध सहित पंच भिक्षुओं का प्रथम वर्षावास वाराणसी के ऋषिपतन मृगदाय में (वर्तमान सारनाथ)
- भिक्षुओं के वर्षावास का आरंभ दिवस
पूर्णिमा (Uposath Day)
इस पूर्णिमा के दिन ये विशेष घटनाएँ घटित हुई थी
- प्रथम धम्म संगीति का आरंभ अगस्त महीने के पूर्णिमा से हुआ था
- भगवान बुद्ध का अग्र सेवक आनन्द भन्ते जी का अर्हत्व पाना
पूर्णिमा (Uposath Day)
इस पूर्णिमा के दिन ये विशेष घटनाएँ घटित हुई थी
- भिक्षुणी संघ का आरंभ
पूर्णिमा (Uposath Day)
इस पूर्णिमा के दिन ये विशेष घटनाएँ घटित हुई थी
- वर्षावास का पवारण दिवस
- भगवान बुद्ध का तावतिंस देवलोक से धरती पर संकिस्सा नामक स्थान पर पधारना
- अरहन्त सारिपुत्त भन्ते जी को प्रज्ञावान भिक्षुओं में अग्र पद की प्राप्ति इसी पूर्णिमा को हुई थी
पूर्णिमा (Uposath Day)
इस पूर्णिमा के दिन ये विशेष घटनाएँ घटित हुई थी
- भगवान बुद्ध के द्वारा साठ अरहन्त भिक्षुओं को धर्मदूत के रूप में लोकजन के कल्याण हेतु धर्म प्रचार के लिए आदेश देना
- अरहन्त सारिपुत्त भन्ते जी का परिनिर्वाण
- उरुवेला (बोधगया) के तीन जटिलों को दमन करने के लिए भगवान बुद्ध का उरुवेला में आगमन
पूर्णिमा (Uposath Day)
इस पूर्णिमा के दिन ये विशेष घटनाएँ घटित हुई थी
- सम्राट अशोक की पुत्री अरहन्त संघमित्रा भिक्षुणी के द्वारा बोधिवृक्ष को श्रीलंका में लाना
पूर्णिमा (Uposath Day)
इस पूर्णिमा के दिन ये विशेष घटनाएँ घटित हुई थी
- बुद्धत्व प्राप्ति के आठ महिने पश्चात् महियंगन नाम के स्थान पर भगवान बुद्ध का प्रथम बार श्रीलंका में आगमन, जहाँ आज एक पूजनीय स्तूप है
- भगवान बुद्ध के द्वारा सुमनसमन नामक देवता को केश धातु का परित्याग
- भगवान बुद्ध का ज्ञान सुनकर श्रीलंका के सुमनसमन देवता का श्रोतापन्न होना
पूर्णिमा (Uposath Day)
इस पूर्णिमा के दिन ये विशेष घटनाएँ घटित हुई थी
- भगवान बुद्ध के द्वारा 1250 भिक्षुओं का प्रथम संघ सम्मेलन
- अरहन्त सारिपुत्त एवं अरहन्त महामोग्गल्लान भन्ते जी को अग्र शिष्य की पद प्राप्ति
- भगवान बुद्ध के द्वारा महापरिनिर्वाण हेतु परिनिर्वाण के तीन माह पूर्व जीवित रहने की आयु का त्याग करना
पूर्णिमा (Uposath Day)
इस पूर्णिमा के दिन ये विशेष घटनाएँ घटित हुई थी
- बुद्धत्व प्राप्ति के पश्चात् 20,000 अरहन्त भिक्षुओं के साथ राजगीर से कपिलवस्तु के लिए यात्रा का आरंभ करना
पूर्णिमा (Uposath Day)
इस पूर्णिमा के दिन ये विशेष घटनाएँ घटित हुई थी
- भगवान बुद्ध का श्रीलंका में दूसरी बार आगमन बुद्धत्व के 5 वर्ष पश्चात्, चूलोदर एवं महोदर नामक दिव्य नागों के मध्य मणि से निर्मित सिंहासन के कलह में युद्ध को शांत करने हेतु
पूर्णिमा (Uposath Day)
इस पूर्णिमा के दिन ये विशेष घटनाएँ घटित हुई थी
- सिद्धार्थ बोधिसत्व का मनुष्य लोक में आगमन (जन्म)
- सिद्धार्थ बोधिसत्व की बुद्धत्व प्राप्ति (सम्बुद्धत्व)
- भगवान बुद्ध का महापरिनिर्वाण
- बुद्धत्व के पश्चात् कपिलवस्तु में आगमन एवं शाक्यों के अहंकार को खंडित करने हेतु ‘यमक महाप्रातिहार्य’ नामक अद्भुत सिद्धि का प्रदर्शन
- बुद्धत्व के 8 वर्ष पश्चात् तीसरी बार श्रीलंका में आगमन
- श्रीलंका के श्रीपाद पर्वत के शीखर पर भगवान बुद्ध के द्वारा नीलमणि में श्रीचरण के पदचिन्ह को स्थापित करना
- भगवान बुद्ध का अग्र सेवक अरहन्त आनन्द भन्ते जी का परिनिर्वाण
- भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के दिन ही राजकुमार विजय का श्रीलंका द्विप में आगमन एवं सिंहली जाति की शुरुआत