Call us: +94 76 229 78 71 | contact@buddharashmi.in

चूल सुभद्रा के द्वारा की गई अरहंतों के गुण की वर्णना

चूल सुभद्रा के द्वारा की गई अरहंतों के गुण की वर्णना

1. शांत है इन्द्रियाँ उन श्रमणों की – मन भी है अत्यंत शांत चाहे बैठे हों या चलते हों – है आचरण परम शांत संयंमित है आँखें, नीची नजरों वालें – अर्थसहित बात है करते ऐसे हैं मेरे श्रमणगण। 2. शरीर से होने वाले सारे कार्य – है परम पवित्र वाणी भी...
Ratana Sutta Chanting with Hindi Intro

Ratana Sutta Chanting with Hindi Intro

यानिध भूतानि समागतानि  –  भुम्मानि वा यानि व अन्तलिक्खे । सब्बेव भूता सुमना भवन्तु  –  अथोपि सक्कच्च सुणन्तु भासितं ।। जो कोई प्राणी यहाँ उपस्थित है / धरती पर या आकाश में उन सबके कल्याण के लिए / हमारे इस कथन को भली प्रकार से सुनें । तस्मा हि भूता निसामेथ...
परम सुन्दर निर्वाण

परम सुन्दर निर्वाण

असंखतं नन्तमनासवं च – सच्चं च पारं निपुणं सुदुद्सं अजज्जरं धुवं अपलोकितं च – अनिदस्सनं निप्पपञ्चं च सन्तं निब्बाणमेतं सुगतेन देसितं सुगत तथागत भगवान बुद्ध निर्वाण के बारे में ऐसा बताये असंखतं – अमृत निर्वाण किसी चीज से बना नहीं है अनंतं – वो जो...
शरणागमन, पंचशील, उपोसथ शील – पालि में हिंदी अर्थ सहित

शरणागमन, पंचशील, उपोसथ शील – पालि में हिंदी अर्थ सहित

बुद्ध वन्दना नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स। नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स। नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स। उन भगवान अर्हत सम्यक् सम्बुद्ध को मेरा नमस्कार हो । उन भगवान अर्हत सम्यक् सम्बुद्ध को मेरा नमस्कार हो । उन भगवान अर्हत सम्यक् सम्बुद्ध को...